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अमित शाह की कुंडली मोदी की मददगार:देखिए PM की कुंडली के वे नक्षत्र, जो उन्हें राहुल और दूसरे नेताओं से बना रहे हैं ज्यादा ताकतवर

भारत में आज भी सुबह घरों में अखबार आते ही सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला पन्ना राशिफल का होता है।

बच्चे के जन्म के समय ही कुंडली बनवाना और राशि के अक्षरों पर नामकरण आज भी आम बात है।

राशियों का जीवन पर प्रभाव है या नहीं…इस पर सभी का मत अलग हो सकता है, लेकिन भारत में आज तक प्रधानमंत्री पद तक पहुंची और न पहुंच सकी हस्तियों को राशियों के लेंस से देखें तो बड़ी रोचक कहानी सामने आती है।

मशहूर एस्ट्रोलॉजर नस्तूर दारूवाला बताते हैं कि मौजूदा राजनीतिक सीन में आमने-सामने खड़ीं दो हस्तियां दरअसल एक ही राशि की हैं। मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोनों ही वृश्चिक राशि के हैं।

प्रधानमंत्री जैसे पद पर पहुंचने की सबसे ज्यादा संभावना भी वृश्चिक और सिंह राशि के लोगों की ही होती है। इसके बावजूद राजनीति में कहीं किसी और की कुंडली का सपोर्ट तो कहीं ग्रहों का योग हावी हो जाता है।

भारत में आजादी के बाद से अब तक के 75 सालों में 15 हस्तियां प्रधानमंत्री पद तक पहुंची हैं। इनमें से 10 हस्तियां 5 राशियों कर्क, सिंह, कन्या, तुला और वृश्चिक से थीं, यानी हर राशि के 2-2 प्रधानमंत्री थे। जबकि बाकी 5 प्रधानमंत्री 5 राशियों धनु, मकर, कुंभ, मीन और मेष के थे, यानी हर राशि का 1-1 प्रधानमंत्री रहा। सिर्फ 2 राशियां वृषभ और मिथुन ऐसी हैं जिनसे कभी कोई प्रधानमंत्री न रहा।

नस्तूर दारूवाला से ही जानिए, देश में सत्ता के शिखर तक की राह में किस राशि का कितना असर है। ग्रहों के योग में सत्ता परिवर्तन के चांसेस आखिर कितने हैं?

मगर राजनीति में अकेले नहीं चलता काम…नरेंद्र मोदी की कुंडली को मिलता है अमित शाह के ग्रहों का सपोर्ट

एस्ट्रोलॉजर नस्तूर दारूवाला कहते हैं कि राजनीति में कई बार इस बात से बहुत फर्क पड़ता है कि आपके साथ जो लोग हैं उनकी कुंडली आपको सपोर्ट करती है या नहीं। मौजूदा समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली को गृहमंत्री अमित शाह की कुंडली से जबरदस्त सपोर्ट मिलता है। यही वजह है कि उनके निर्णय सही होते हैं।

राहुल गांधी के लिए अगले 7-8 साल कठिन…आगे अच्छा योग भी है

एस्ट्रोलॉजर नस्तूर दारूवाला बताते हैं कि राहुल गांधी की राशि भी वृश्चिक है। वृश्चिक और सिंह राशि के लोगों का उच्च पदों तक पहुंचने का अच्छा योग होता है। फिर भी राहुल गांधी अब तक राजनीति में अपेक्षित सफलता नहीं पा सके हैं।

दारूवाला के मुताबिक आने वाले 7-8 साल उनके लिए कठिन हैं। इन चंद सालों के बाद राहुल गांधी के सितारे उनका बहुत साथ देंगे और इस बात के भी कयास लगाए जा सकते हैं कि वो सत्ता भी संभालेंगे।

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