पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और अमेरिकी रक्षा सचिव एंटनी ब्लिंकन के बीच हुई बैठक में अमेरिका ने पाकिस्तान को भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कही है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Pakistan’s Foreign Minister Bilawal Bhutto Zardari) और अमेरिकी रक्षा सचिव एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) के बीच हुई एक बैठक में अमेरिका ने पाकिस्तान को भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कही है। गौरतलब है कि ब्लिंकन की यह टिप्पणी भारत द्वारा पाकिस्तान द्वारा निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमानों के बेड़े के लिए करीब 45 करोड़ डॉलर का सहायता पैकेज देने के अमेरिकी फैसले का विरोध करने के बाद आई है।
इस बैठक में पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ के हालातों पर चर्चा की गई। सोमवार को वाशिंगटन में हुई जरदारी और ब्लिंकन के बीच इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें चीनी कर्ज का मुद्दा भी शामिल था। गौरतलब है कि पाकिस्तान में आई बाढ़ ने अब तक 1600 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जिससे मुश्किल में फंसी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और बुरी स्थिति में आ गई है।
भुट्टो से मुलाकात के बाद ब्लिंकन ने कहा ,
“आज हमने भारत के साथ अच्छे संबंध के महत्वों पर चर्चा की। इसके साथ ही मैंने अपने सहयोगियों से पाकिस्तान में ऋण राहत, बाढ़ से तेजी से उभरने में उसकी सहायता के लिए कहा। इसके साथ ही हमने चीन के मुद्दे पर भी चर्चा की।”
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तानी वायु सेना ने F-16 बेड़े के रखरखाव के लिए अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान सरकार को एक विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) को मंजूरी दी गई थी।
एस जयशंकर ने अमेरिका-पाक संबंधों पर उठाए सवाल
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका और पाकिस्तीन के संबंधों के मेरिट्स पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंध उस देश के हित में नहीं है। जयशंकर ने रविवार को वाशिंगटन में भारतीय अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा,
“यह एक ऐसा रिश्ता है जिसने ना ही पाकिस्तान को कोई फायदा पहुंचाया है, ना ही अमेरिकी हितों की सेवा की है।”
जयशंकर ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के द्वारा अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को F-16 लड़ाकू विमान को बेचने को लेकर सवाल पूछा।
इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को अमेरिका के F-16 बेड़े के लिए पाकिस्तान को विशेष पैकेज देने के फैसले पर भारत की चिंताओं से अवगत कराया।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा,
“अगर कोई कहता है कि F-16 क्षमता का विमान आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए है, तो ऐसा कहकर आप किसी को मूर्ख नहीं बना सकते हैं। क्योंकि सभी को पता है कि वे कहां तैनात हैं और उनका उपयोग क्या है?”