भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने न्यूयॉर्क में UNGA के ‘शोकेसिंग इंडिया-यूएन पार्टनरशिप इन एक्शन’ कार्यक्रम में भारत का पक्ष रखा।
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने न्यूयॉर्क में UNGA के ‘शोकेसिंग इंडिया-यूएन पार्टनरशिप इन एक्शन’ कार्यक्रम में भारत का पक्ष रखा। इस दौरान एस जयशंकर ने कहा कि ‘भारत पूरे विश्व के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने शनिवार, 24 सितंबर को अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि,
“18वीं शताब्दी में, भारत का वैश्विक GDP का लगभग एक चौथाई हिस्सा था। 20वीं सदी के मध्य तक, उपनिवेशवाद के दौरान हम विश्व के सबसे गरीब देशों में से एक हो गए, लेकिन आजादी के 75वें साल में भारत गर्व से आपके सामने दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा है।”
भारत में हाल ही में हुई डिजिटल प्रगति पर बात करते हुए, विदेश मंत्री ने कहा,
“हाल के दिनों में, डिजिटल तकनीक ने 800 मिलियन भारतीयों के लिए खाद्य सुरक्षा को बेहतर बनाया है। 300 बिलियन डॉलर से अधिक के लाभ डिजिटली वितरित किए जाते हैं, 400 मिलियन से अधिक लोगों को नियमित रूप से भोजन मिलता है और हमने दो अरब से अधिक टीके लगाए हैं, जिसमें भी डिजिटल तरीके से सारे काम पूरे किए गए हैं।”
भारत का सपना गांवों का डिजिटलीकरण और चांद पर उतरने का : जयशंकर
डॉ एस जयशंकर ने भविष्य में भारत की योजनाओं पर बोलते हुए कहा, “भारत 2047, हमारी आजादी के 100वें साल तक एक विकसित देश के रूप में आगे आने के लिए काम कर रहा है। हम अपने सबसे दूरदराज के गांवों को डिजिटाइज करने और चंद्रमा पर उतरने का सपना देख रहे हैं। शायद इसे डिजिटाइज भी कर सकते हैं।”
अपने संबोधन के अंत में विदेश मंत्री ने कहा, “जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक सदस्य था और हाल में हमने स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मनाया है, हम संयुक्त राष्ट्र के साथ अपनी साझेदारी के भी 75 वर्ष को मना रहे हैं। भारत पूरे विश्व के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों और उसके चार्टर में पूर्ण विश्वास है। हमारे विचार में दुनिया एक परिवार है।”
विदेश मंत्री की 10 दिवसीय USA यात्रा
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर 18 से 28 सितंबर तक अमेरिका की 10 दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 77वें सत्र में उच्च स्तरीय सप्ताह में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इसके अलावा, विदेश मंत्री ने “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बहुपक्षवाद को फिर से मजबूत करने और व्यापक सुधार प्राप्त करने” पर L69 समूह की उच्च स्तरीय बैठक में भी भाग लिया।
विदेश मंत्री अमेरिकी अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा के लिए 25 से 28 सितंबर तक वाशिंगटन की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा, “उनके कार्यक्रम में अन्य मुलाकातों के साथ-साथ उनके समकक्ष विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ सदस्यों, अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर केंद्रित एक राउंड टेबल सम्मेलन और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत शामिल है।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि जयशंकर की यह यात्रा स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर आपसी सहयोग को बढ़ावा देगी, साथ भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक गठबंधन को और मजबूत करेगी।